फिरोजाबाद, मार्च 9 -- फिरोजाबाद। छात्रों की समस्याओं को अगर कोई बेहतर ढंग से समझ सकता है तो उनके बीच रहने वाले गुरुजन। बचपन से ही यह छात्रों के साथ में संवाद में रहते हैं। सरकारी स्कूलों से आने वाले बच्चों की कमजोर नींव से भी सबसे पहले यही शिक्षक रू-ब-रू होते हैं तो उस कमजोर नींव को सुधारने में आने वाली दिक्कतों का सामना करते हैं। कई बार मेधावी छात्र जब आगे बढ़ने की वजह से पिछड़ते हैं तो वह भी अपनी समस्याएं एवं दर्द को शिक्षकों के साथ ही साझा सकते हैं। शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं, खासतौर पर बेटियों के समक्ष आने वाली दिक्कतों को लेकर हिन्दुस्तान के फिरोजाबाद बोले में प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों ने संवाद के दौरान समस्याओं को साझा किया। गांव देहात से स्कूल में आने वाले बच्चों के समक्ष आने वाली परेशानियों पर शिक्षक खुलकर बोले। मुरारीलाल सीनि...
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