रामगढ़, जून 2 -- रामगढ़, निज प्रतिनिधि। रामगढ़ शहर व आसपास के करीब एक लाख नागरिकों को चिकित्सा सुविधा से वंचित करने वाले निर्णय के विरुद्ध 2016 में उठी जनता की आवाज आज जीवंत होती नजर आ रही है। छत्तर मांडू में नए सदर अस्पताल के निर्माण के बाद रामगढ़ शहर स्थित पुराने सदर अस्पताल को बंद कर दिया गया था, जिससे रामगढ़ शहर व आस पास के लगभग एक लाख आम नागरिकों को अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। इस ज्वलंत जनसमस्या को देखते हुए भाजपा नेता एवं सामाजिक संगठन रामगढ़ बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष धनंजय कुमार पुटूस ने वर्ष 2016 में रामगढ़ बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले अस्पताल दो या मौत दो के नारे के साथ अस्पताल खुलवाने के लिए आमरण अनशन का किया था। इसी आंदोलन के परिणामस्वरूप अब उस ऐतिहासिक स्थल पर लगभग 2.5 करोड़ रुपये की लागत से एक नवीन व अत्याध...
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