हरिद्वार, अगस्त 30 -- भूपतवाला के जलाराम सेवा सदाव्रत ट्रस्ट आश्रम पर दो पक्ष अपनी दावेदारी कर रहे हैं। दो दिन पूर्व एक पक्ष ने स्वयं को पीड़ित बताया तो शनिवार को दूसरे पक्ष ने स्वयं को पीड़ित बताया। संस्थापिका गीता बेन ने बताया कि ट्रस्ट की स्थापना के समय प्रेमानंद को महासचिव, विनोद जोशी को कोषाध्यक्ष और ललित पुरी को सदस्य बनाया गया था। कुछ समय से यह लोग भूमाफियाओं के साथ मिलकर आश्रम की संपत्ति खुर्द-बुर्द करने में लग गए। इसके बाद इन्हें ट्रस्ट से हटाकर महामंडलेश्वर सरोजिनी गिरी को आजीवन अध्यक्ष बनाया गया। आरोप लगाया कि हटाए गए तीनों लोगों ने भूमाफियाओं के साथ मिलकर मारपीट कर आश्रम पर कब्जा कर लिया। इसकी शिकायत पुलिस को भी की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।

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