रांची, अगस्त 3 -- रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। झारखंड की 11वीं सिविल सेवा परीक्षा में झारखंड के बेटे-बेटियों ने सफलता का परचम लहराया है। सफल होने वालों में कई तो ऐसे हैं, जिन्हें संसाधनों के कमी को कमजोरी साबित नहीं होने दी। इसके अभाव को उन्होंने अवसर के रूप में लिया और अपने व परिवार के सपनों को साकार किया। कोई डिलिवरी बॉय का काम कर, कोई ट्यूशन पढ़ाकर तो किसी के माता-पिता ने मजदूरी कर सफलता में अपनी सहभागिता निभाई। जेपीएससी में पहाड़िया जनजाति की बबिता सिंह ने सफलता पायी है। पैसे के अभाव में उन्होंने परीक्षा के लिए कोचिंग नहीं ली। यू-ट्यूब व टेलीग्राम के जरिए उन्होंने पढ़ाई की और अपने नोट्स बनाए। जब परीक्षा परिणाम आया तो उनके पास मिठाई के भी पैसे नहीं थे। उनकी मां ने चीनी खिलाकर मुंह मीठा कराया था। उनके गांव में सड़क और पेयजल का अभाव है। वे...