गाजीपुर, अगस्त 14 -- सादात। अनन्त श्री सद्गुरु सदाफल देव महाराज की 138वीं जयंती बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय मैरेज हॉल में किया गया, जहां उमरहा आश्रम के पुरोहित मंगल देव ने अ अंकित श्वेत ध्वज फहराकर समारोह का शुभारंभ किया और वैदिक मंत्रों के साथ एक कुण्डीय यज्ञ सम्पन्न कराया। मुख्य अतिथि शम्भूलाल श्रीवास्तव ने बताया कि सद्गुरु सदाफल देव का जन्म 25 अगस्त 1888 को बलिया जिले के पकड़ी गांव में हुआ था। उन्होंने 17 वर्षों की कठोर साधना के बाद ब्रह्मविद्या परक स्वर्वेद की रचना की, जिसमें कुल 3137 दोहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला संयोजक रामचंद्र भारद्वाज ने स्वर्वेद के आध्यात्मिक महत्व को रेखांकित किया। हसील प्रभारी फरिन्द्र राय और पुरोहित मंगल देव ने सद्गुरु जी की वाणी और शिक्षाओं को उद्धृत करते ह...