सिमडेगा, सितम्बर 21 -- सिमडेगा, सिमडेगा में भगवती उपासना का इतिहास लगभग सात सौ वर्ष पहले गजपति राजवंश से चलता आ रहा है। बीरूगढ़ में स्थापित भगवती दक्षिणेश्वर काली की प्रतिमा सात सौ वर्ष पुरानी है। ये बीरूगढ़ के गजपति वंश के राजघराने की इष्ट देवी हैं। प्रत्येक नवरात्र को यहाँ देवी की उपासना की जाती है। बीरू राजवंश के दुर्गविजय सिंह देव और कौशल राज सिंह देव ने बताया कि 1326 में गंगपति पुरी महाराज के वंशज महाराज गजपति सिंह देव यहाँ आए थे। राजवंश के इष्ट देवी दक्षिणेश्वर काली की प्रतिमा वे अपने साथ लेकर आए थे। सबसे पहले ये बोलबा के बलसेरा में ठहरे। जहाँ इनका परिवार करीब पचास वर्षों तक रहा। जहां देवी की पूजा प्रत्येक नवरात्र को होती रही। राजपरिवार के दुर्गविजय ने बताया कि बलसेरा के बाद उनके पूर्वज गिनिकेरा उरते क्षेत्र में चले आए। यहाँ भी लोग ...