जमशेदपुर, मई 8 -- कोल्हान प्रमंडल में बिजली की व्यवस्था में सुधार पर सात साल में 3 हजार करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी हर साल ब्रेक डाउन जारी है। हालत यह है कि तेज हवा में भी बिजली गुल हो जाती है। न तो तकनीकी खामियां दूर हो पाई और न कमजोर बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा सका। गर्मी में लोड बढ़ने पर ट्रांसफॉर्मर जल जाते हैं। बरसात में लाइन ब्रेक डाउन जैसी समस्याएं सामने आती हैं। ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति का ग्राफ लगातार गिर रहा है। कई बार बिजली के बिना लोग 5 से 15 दिन तक जूझते रहते हैं। राज्य सरकार हर साल बिजली नेटवर्क को मजबूत करने के लिए पूरे राज्य में 1500 से 2000 करोड़ रुपये खर्च करती है, लेकिन इसके बावजूद बिजली की उपलब्धता संतोषजनक नहीं हो पाई है। राज्य गठन से अबतक लगभग 40 हजार करोड़ बिजली नेटवर्क को सुधारने में खर्च किए गए हैं...