लखनऊ, अगस्त 4 -- आधार सत्यापन से बचे रहे प्रदेश के सात लाख मनरेगा श्रमिकों के सत्यापन की कवायद में तेजी लाई जाएगी। शासन की मंशा है कि पंजीकृत श्रमिकों को पूरा डेटा सत्यापित हो और उन्हें योजना के दायरे में लाया जाए। वहीं, सक्रिय मनरेगा श्रमिकों में से 99.97% का सत्यापन हो चुका है, जिन्हें आधार आधारित पेमेंट प्रक्रिया से भुगतान भी किया जा रहा है। ग्राम्य विकास विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में मनरेगा योजना में 2,30,89,296 श्रमिक पंजीकृत हैं। इनमें से 2,23,85,612 का आधार से पंजीकरण किया जा चुका है। इस तरह से तकरीबन सात लाख मनरेगा श्रमिक पंजीकृत होने से रह गए हैं। जानकारों के मुताबिक, पंजीकृत होने के बाद ये श्रमिक या तो योजना के तहत काम नहीं कर रहे हैं या किन्हीं वजहों से प्रदेश से बाहर हैं। ऐसा भी हो सकता है कि सत्यापन प्रक्रिया म...