कानपुर, दिसम्बर 19 -- स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की अनदेखी से सरकारी अस्पतालों में डाक्टर व कर्मियों की मनमानी चल रही है। शुक्रवार को रसूलाबाद सीएचसी पर ओपीडी में एक डाक्टर भी मौजूद नहीं था, जबकि इमरजेंसी में एक डाक्टर ने एक सैकड़ा से अधिक मरीजों का उपचार किया। रसूलाबाद अस्पताल में तैनात डाक्टरों की मनमानी से मरीजों को भटकना पड़ रहा है। आंख व दंत चिकित्सक सप्ताह में एक बार भी अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं। इसके अलावा अन्य डाक्टर भी मनमर्जी कर रहे हैं। शुक्रवार को अस्पताल में ओपीडी में कोई डाक्टर मौजूद नहीं था। अस्पताल में तैनात डा. सौरभ शाक्य का डेआफ था, जबकि अन्य डा. शैलेन्द्र, डा. प्रानवीर, डा. श्रद्धा गुप्ता, डा. प्रियंका व महिला विंग अस्पताल की डा. सना व डा. मीना कुरील मौजूद नहीं थीं। ओपीडी में डाक्टर न होने से मरीजों को इमरजेंसी में ब...