हल्द्वानी, अगस्त 31 -- हल्द्वानी। हल्द्वानी समेत आस-पास के इलाकों में रविवार को सातूं-आठूं का पूजन हुआ और पारंपरिक गीतों के साथ गौरा-महेश्वर का विवाह संपन्न हुआ। इस मौके पर पुरोहितों ने दुर्वाष्टमी की कथा सुनाई। महिलाओं ने गले में दुर्वा धागा धारण कर गौरा-महेश्वर के विग्रह की बिरुड़ों (पंचधान्य) से पूजा की। सुख-समृद्धि सहित संतति के कल्याण की कामना भी की। दोपहर में शुभमुहूर्त पर महेश्वर यानि शिवजी की अनाज की बालियों से प्रतिमा बनाई और मांगलिक गीत गाये। इसके बाद गौरा और महेश्वर के विवाह की प्रक्रिया पूरी की गई। बिरुड़ से गौरा-महेश का वैदिक मंत्रोच्चार संग पूजन किया गया। इस दौरान झोड़ा-चांचरी इत्यादि का भी आयोजन किया गया। हल्द्वानी के पंचेश्वर मंदिर आवास विकास, हिम्मतपुर स्थित साकेत विहार समेत अन्य इलाकों में गौरा-महेश का वैदिक मंत्रोच्चार ...