बक्सर, मई 12 -- प्रवचन आज भव्य भंडारे का होगा आयोजन, सैकड़ों श्रद्धालु ग्रहण करेंगे प्रसाद कलियुग में ध्यान व ईश्वर भजन करने वाले को मिलता है प्रभु का सानिध्य बक्सर, निज संवाददाता। जिले के राजपुर प्रखंड अंतर्गत सगरांव गांव में श्रीमद्भागवत कथा महापुराण के सातवें दिन आचार्य रणधीर ओझा ने बाल सखा सुदामा चरित्र एवं शुकदेवजी द्वारा राजा परीक्षित को दिए गए उपदेश का वर्णन किया। आचार्य ने बताया कि श्रीकृष्ण एवं सुदामा की मित्रता समाज के लिए एक मिसाल है। सुदामा के आने की खबर सुन श्रीकृष्ण व्याकुल होकर दरवाजे की तरफ दौड़ते हैं। 'पानी परात को हाथ छूवो नाहीं, नैनन के जल से पग धोए। श्रीकृष्ण बाल सखा सुदामा की आवभगत में इतने विभोर हो गए कि द्वारका के नाथ हाथ जोड़ औरंग लिपटकर जल भरे नेत्रों से सुदामा का हाल पूछने लगे। कहा कि 'स्व दामा यश्य सः सुदामा। अर...
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