शामली, जुलाई 26 -- साठी धान की कटाई के साथ हरियाणा की मंडियों में साठी धान की आवक शुरू हो गई है। वही दूसरी ओर मौंसमी धान की रूपाई भी किसान बडे स्तर पर कर रहे है। राजस्व लेखपाल बताते है कि इस बार धान का रकबा पूर्व के सालों के मुकाबलें बढ़ेगा। वहीं, गन्ने की बुवाई का रकबा घट गया है। किसान धान की फसल को मुनाफे का सौंदा मानते है। अप्रेल माह के आखिरी सप्ताह मे किसान वर्ग साठी धान की बुवाई को शुरू कर देते है। जो दो से ढाई महीनों मे पक्कर तैयार हो जाती है। चौसाना मे इस बार साठी धान की बुवाई करीब 250 हेक्टेयर भूमि पर की गई। जो अब पककर तैयार है और कटाई के बाद हरियाणा की मंडियों में जाना शुरू हो गया है। किसानों ने साठी धान की 1509,1692 और 1847 प्रजाति को उगाया है। जिसका मंडी भाव 2300 रूपयें से 3200 रूपये प्रति क्विंटल है। वही 1692 व 1847 की प्रजाति...