रामपुर, मार्च 12 -- जिले के किसानों का रुझान मोटा अनाज की खेती की तरफ बढ़ने लगा है। इसी का परिणाम है कि जिले में एक साल के अंदर मक्का का रकबा 3900 हेक्टेयर तक बढ़ गया है। वर्तमान में 4800 हेक्टेयर क्षेत्रफल में किसानों ने अपने खेतों में मक्का की फसल तैयार की है। पानी की बर्बादी को रोकने के लिए जिले में ग्रीष्मकालीन साठा धान को प्रतिबंधित किया जा चुका है। इसके विकल्प के रूप में कृषि विभाग किसानों को मक्का, उर्द, मूंग, सूरजमुखी, कद्दू वर्गीय आदि फसलें व बसंतकालीन गन्ना की बुआई के सुझाव दे रहा है। जिले के राजकीय कृषि बीज भंडारों पर मक्का, उर्द, मूंग बीज की किटें भी किसानों को उपलब्ध कराकर बांटी जा रही हैं। निजी क्षेत्र में भी पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध है। उप कृषि निदेशक कार्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार जिले में मक्के की खेती के प्रति ...
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