सीतामढ़ी, दिसम्बर 29 -- सीतामढ़ी। सदर अस्पताल परिसर में दवा जलाए जाने की घटना को लेकर उठा विवाद अब और गहरा गया है। मामले में गिरफ्तार किए गए युवक को साक्ष्य के अभाव में थाना से ही रिहा कर दिए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। अब यह स्पष्ट होता जा रहा है कि दवा जलाने की घटना केवल एक बाहरी व्यक्ति तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसके पीछे अस्पताल के भीतर की व्यवस्था और निगरानी तंत्र की बड़ी चूक हो सकती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब कथित आरोपी को पर्याप्त साक्ष्य के अभाव में छोड़ दिया गया, तो फिर दवाएं अस्पताल परिसर से बाहर कैसे निकलीं और किसके निर्देश पर उन्हें जलाया गया। लोगों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग ने शुरु से ही मामले को बाहरी व्यक्ति पर डालकर अपने कर्मियों को बचाने की कोशिश की। अब गिरफ्तारी के ...