बेगुसराय, अक्टूबर 27 -- सिमरिया धाम, एक संवाददाता। साक्षात देव सूर्य की उपासना से मनुष्य सारे रोगों से मुक्त होते हैं। छठ सारे व्रतों में श्रेष्ठ कहलाता है जिस व्रत में तपकर भगवान श्रीराम ने लंका पर विजयी पायी। उसी व्रत को करके भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत में अपने कर्म योग से पांडवों को विजयी दिलवायी। उक्त बातें रविवार को सिमरिया धाम स्थित सर्वमंगला सिद्धाश्रम के ज्ञानमंच से श्रीमद्भागवत का प्रवचन करते हुए स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने कहीं। उन्होंने कहा कि इस व्रत में तपने वाले व्रतियों के लिए जो भी श्रद्धालु इनके लिए रास्ते को साफ करते हैं, उनके सभी रोग-शोक नष्ट होते हैं। अगर कोई भी प्राणी तीव्र ज्वर से तप रहा हो अगर उनकी आंख में किसी भी प्रकार की दिक्कत हो तो उन्हें भी इस षष्ठी व्रत को जरुर करना चाहिए और उन्हें आदित्य हृदय का पाठ अवश्य क...