वाराणसी, मार्च 30 -- वाराणसी। दीनदयाल हस्तकला संकुल में वस्त्र मंत्रालय एवं सुबह-ए-बनारस की ओर से हुई सांस्कृतिक संध्या शनिवार को काशी के वरिष्ठ कलाकार पं देवशीष डे का गायन हुआ। उन्होंने आरंभ राग पूरिया धनाश्री में झपताल में निबद्ध बंदिश 'नीलिमा लालिमा बहुरंग नभ की शोभा से किया। इसके बाद इसी राग में खयाल गाया। बंदिश के बोल 'दिन डूबा आ ज़रा थे। अंत में होरी से कार्यक्रम का समापन किया। उनके साथ तबला पर डॉ. जयदेव मुखर्जी, हार्मोनियम पर हर्षित उपाध्याय ने संगत की। संचालन ललिता शर्मा ने किया।

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