गया, मई 3 -- बिहार का सबसे पवित्र तीर्थस्थल गयाजी अपने आध्यात्मिक महत्व के साथ प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी प्रसिद्ध है। विशेष रूप से यहां स्थित ब्रह्मयोनि, रामशिला और प्रेतशिला नामक की तीन प्रमुख ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। ब्रह्मयोनि पर्वत को आत्मज्ञान और मोक्ष का प्रतीक माना जाता है। रामशिला का संबंध त्रेता युग से है, जहां भगवान राम ने अपने पिता दशरथ के पिंडदान पूजा की थी। वहीं, प्रेतशिला वह स्थान है जहां पिंडदान करने से भटकती आत्माओं को शांति मिलती है। इन पहाड़ियों का उल्लेख न केवल रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथों में मिलता है, बल्कि अनेक प्रसंगों में भी इनका महत्व वर्णित है। पौराणिक इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत संगम है ब्रह्मयोनि पहाड़ी प्राचीन इतिहास और अध्यात्मिकता से सराबोर ब्रह्मयोनि पहा...