वाराणसी, फरवरी 7 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। बीएचयू के वैदिक विज्ञान केंद्र में गुरुवार को इंस्टीट्यूट ऑफ हिस्ट्री की तरफ से 'कश्मीर : अतीत, वर्तमान और भविष्य विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन हुआ। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और काशी के पूर्व सांसद पद्मविभूषण डॉ. मुरली मनोहर जोशी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर ऑनलाइन जुड़े। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक आतंकवाद से निपटने के लिए एकात्म दर्शन जरूरी है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि देश की संस्कृति को बचाने के लिए जागते रहें। उद्घाटन सत्र में डॉ. जोशी ने 'इतिहास एवं संस्कृति में श्रीराम नामक पुस्तक का विमोचन किया। जम्मू-कश्मीर अध्ययन केंद्र नई दिल्ली के निदेशक आशुतोष भटनागर ने कहा कि भारत की वैदिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक सीमाओं के परिदृश्य में कश्मीर का विश्लेषण करना...