मैनपुरी, जुलाई 7 -- शहर के होली पब्लिक स्कूल में देवशयनी एकादशी पर रविवार की शाम गीता संगोष्ठी का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि रमेश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि गीता अद्भुत ग्रंथ है। भगवान श्रीकृष्ण ने इसे सभी प्राणियों के हित के लिए कहा है कि यह उनकी दिव्य वाणी है। इसका श्रवण करना, पठन-पाठन करना भगवान की पूजा है। गीता हमें सांसारिक मायोपाश से निकलने की राह दिखलाती है लेकिन इसके लिए हमें वैराग्य में प्रवेश करना होगा। एकरसानंद संस्कृति महाविद्यालय के प्रोफेसर डा. महेश कुमार द्विवेदी ने प्रवृत्ति मार्ग से निवृति, व्यष्टि से समष्टि व संसार भ्रम से परमार्थ की ओर ले जाने का मार्ग प्रशस्त करती हैं। पूर्व प्रधानाचार्य सत्यसेवक मिश्र ने कहा कि गीता ज्ञान भगवान की अमृत वाणी है। दसवें अध्याय पर प्रकाश डालते हुए पूर्व प्रधानाचार्य जेसी त्रिपाठी ने कहा कि भगवा...