जमुई, मार्च 19 -- झाझा, आधी आबादी अब पहले से अधिक शिक्षित,जागरूक होने के साथ-साथ सियासत एवं सियासतदानों के प्रति भी पूर्व की अपेक्षा काफी अधिक समझ रखती हैं। कौन नुमाइंदा उनका सांसयद या विधायक होने की योग्यता व पात्रता रखता है,इसका मुफीद आकलन रने में वेअब पूरी रह सक्षम हैं। वह दौर चला गया जब वे किसे अपने क्षेत्र की नुमाइंदगी की कमान सौंपनी है,ऐसे फैसलों के लिए भी किन्हीं और पर निर्भर अथवा कन्हीं और की मर्जी से चला करती थीं। खासकर,आज की युवा पीढ़ी इस मामले में काफी मुखर नजर आती हैं। आप कैसा सांसद चाहती हैं व अपने होने वाले सांसद से वे क्या अपेक्षा,क्या उम्मीदें रखती हैं,सोमवार को 'हिन्दुस्तान द्वारा झाझा स्थित राज कंप्यूटर्स नामक संस्थान में मिलीं स्थानीय युवा नारी शक्ति से उक्त सवाल पर वैसे तो वे अपने सांसद से लेकर प्रधानमंत्री तक के कार्यक...