पूर्णिया, जुलाई 26 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता।जिले में सर्पदंश की घटना बराबर हो रही है। ऐसे में सर्प दंश की स्थिति में सीधे अस्पताल पहुंचे तो आपकी जान बच सकती है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े में जिले में तीन माह में 213 लोग सर्प दंश के शिकार हुए हैं। खासबात है कि इनमें 212 लोगों की अस्पताल पहुंचने पर जान बची है। किसी की जान भी गई है तो अस्पताल पहुंचने में विलम्ब होने की स्थिति में होती है, इसलिए सर्पदंश की स्थिति सामने आने के बाद हर सूरत में समीप के अस्पताल पहुंचना चाहिए। ऐसी स्थिति में पीड़ित की निश्चित रूप से जान बच जाती है। .....सर्पदंश की घटना में झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़ें: स्वास्थ्य विभाग के जानकार बताते हैं कि सर्प दंश जैसी घटना की स्थिति में किसी भी सूरत में झाड़ फूंक के चक्कर में न पड़े। इस तरह के चक्कर में पड़ने से पूर...