गंगापार, जून 21 -- बरसात के साथ सांपों के बिलों से निकलने का सीजन भी शुरू हो गया है। इन दिनों जीव-जंतु व जहरीलें सांप बिलों से बाहर निकल कर रिहायशी इलाकों में दस्तक दे रहे। क्षेत्र में हर साल करीब सैकड़ों से अधिक लोग स्नैक बाइट के शिकार होते हैं, राहत की बात यह है कि करीब 60 प्रतिशत केस में सांप ज्यादा जहरीले नहीं होते फिर भी 40 प्रतिशत मामलों में कोबरा और करैत जैसी बेहद जहरीली प्रजाति के सांप काटते हैं और समय पर इलाज न मिलने पर दर्जनों लोगों की जान ले लेते हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसरा तक पहुंचने वाले 70 प्रतिशत मरीजों की जान बच जाती है। विशेषज्ञों के मुताबिक जुलाई-अगस्त में सांप के काटने के मामले पीक पर होते हैं। कभी-कभी एक दिन में 5-10 मामले भी आ जाते हैं। पिछले वर्ष यह रही थी स्थित...