देवरिया, मई 28 -- प्रतापपुर, हिन्दुस्तान संवाद। बजाज हिंदुस्थान शुगर लिमिटेड प्रतापपुर स्थित बजाज देवालय में चल रहे छह दिवसीय स्थापत्य वास्तु कथा ज्ञान यज्ञ के अंतिम दिन बुधवार को आचार्य सुशील बलूनी ने कथा सुनाया। इस दौरान उन्होंने मनु, ध्रुव,राजा अंग, महराज पृथु, दुराचारी राजकुमार बेन तथा महाराज पृथु की कथा पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। कथा का रसपान कराते हुए आचार्य बलूनी ने कहा कि उत्तर भारत में गणपति जी की मूर्ति विसर्जित नहीं करनी चाहिये व पर्व-उत्सवों जैसे की नवरात्रि आदि में हमें क्या अचार संहिता का पालन करना है, कैसे प्रकृति को शुद्ध रखना है इस पर विचार होना चाहिए। कहा कि भारत में जन्मी वास्तु विद्या को आज समाज ने भुला सा दिया है। यह विद्या मनुष्य के जीवन में सुख समृद्धि शांति यश एवं कीर्ति प्रदान करती है, यदि जन सामान्य को सुखी रहना...