बिजनौर, मई 30 -- नजीबाबाद। आर्ट ऑफ लिविंग के नजीबाबाद केंद्र की ओर से छः दिवसीय हैप्पीनेस कार्यक्रम की कार्यशाला का आयोजन किया गया। 27 मई से एक जून तक संचालित उक्त कार्यशाला में अस्तित्व के सात स्तर बताए गए। आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षिक डॉ इंदु लाहोटी, मिथिलेश अग्रवाल एवं शुभम शर्मा के द्वारा प्रतिभागियों को सबसे पहले उनके अस्तित्व के सात स्तर बताए गए। यह सात स्तर हैं शरीर, श्वास, मन, बुद्धि, चित्त, अहंकार एवं आत्मा। इन स्तरों पर विस्तार से चर्चा करते हुए डॉ इन्दू लाहोटी ने प्रतिभागियों को श्वास को सही तरीके से लेने तथा उज्जयी श्वास का अभ्यास कराया। प्राणायाम भस्त्रिका तथा सुदर्शन क्रिया का भी अभ्यास कराया। आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक गुरु श्री श्री रविशंकर जी के द्वारा बताए गए पांच मुख्य बिंदुओं को अनेक उदाहरणों द्वारा बताया। डॉ इंदु लाहोटी...