आरा, दिसम्बर 28 -- सहार, संवाद सूत्र। प्रखंड क्षेत्र में यूरिया खाद की कालाबाजारी चरम पर पहुंच गई है। गेहूं की बुआई के इस महत्वपूर्ण समय में किसानों को यूरिया और डीएपी खाद की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। किसान बढ़े दाम पर खाद खरीदने को मजबूर हैं। लेकिन, इस ओर देखने-सुनने वाला कृषि विभाग का कोई जिम्मेदार पदाधिकारी नहीं है। किसानों का आरोप है कि सहार के लाइसेंसधारी खाद दुकानदार पूरी तरह बेलगाम हो चुके हैं। सरकारी खाद विक्रेताओं के पास पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध रहने के बावजूद किसानों को खाद देने से मना किया जा रहा है। जब किसान जोर देते हैं, तो उनसे यूरिया का बोरा 450 से 500 रुपये और डीएपी 1850 से 1900 रुपये में देने की बात कही जाती है। गुलजारपुर के किसान रविंद्र राय, मथुरापुर के किसान कमला सिंह, आबगीला के मोहन सिंह, विजय सिंह, ...