मेरठ, मार्च 21 -- एक सहायक कंपनी कमांडर पर 1.05 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। आरोप एक होमगार्ड ने लगाए हैं। होमगार्ड का आरोप है वह अफसरों के साथ पुलिस तक से गुहार लगा चुका है, लेकिन उन्होंने मदद के बजाए आरोपी का संरक्षण शुरू कर दिया। पुलिस ऑफिस पहुंचे रजपुरा निवासी शेर सिंह ने बताया वह 1984 में होमगार्ड विभाग से जुड़े। कंपनी संख्या तीन के अंतर्गत रहकर लंबे समय सेवा की। 12 मार्च 1994 को उनके साथ हादसा हुआ और वह एक साल विभाग से छुट्टी पर रहे। स्वास्थ्य में सुधार हुआ तो ड्यूटी पर आ गए। तभी से वह विभाग को लगातार सेवा दे रहे थे। शेर सिंह का कहना है कि एक साल पहले अचानक उनकी सेवा पर रोक लगा दी गई। उन्होंने विभाग के चक्कर लगाने शुरू कर दिए क्योंकि बेटे की मौत के बाद अपने व उसके परिवार को पालने का जिम्मा उनके कंधों पर है। पिछले वर्ष दीवाल...