भागलपुर, नवम्बर 30 -- पतरघट, एक संवाददाता। सत्संग भजन करने वाले को जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति मिलती है। इसके लिए सच्चे सदगुरु की शरण में जाकर उनके बताए मार्ग पर चलना आवश्यक है। उक्त बातें गोलमा पूर्वी पंचायत के सखौड़ी में महर्षि मेंही परहंस जी महाराज के शिष्य बैद्यनाथ यादव एवं प्रो.रमेश कुमार के द्वारा शनिवार को आयोजित दो दिवसीय संतमत सत्संग के समापन पर स्वामी निर्मल बाबा ने कही। उन्होंने सत्संग की महिमा पर प्रकाश डालते कहा कि सत्संग में आने वाले ही परमात्मा की कृपा के पात्र बनते हैं। तथा सत्संग से ही वह ज्ञान प्राप्त होता है, जिससे मनुष्य संसार के दुखों से मुक्त होकर अनंत आनंद प्राप्त कर सकता है। निर्मल बाबा ने आगे कहा परमात्मा की प्राप्ति बाहर नहीं, बल्कि मनुष्य के अपने भीतर होती है। जिसके लिए गुरु की युक्ति लेकर निरंतर भक्ति करना आवश्य...