भागलपुर, जुलाई 12 -- प्रस्तुति: श्रुतिकांत शहर के सबसे पुराने मोहल्लों में शामिल बटराहा वार्ड 36 अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। शहरी मोहल्ले में जो सुविधाएं होनी चाहिए फिलहाल यहां तो नहीं है। कहीं नाली धंसी है तो कहीं नालों का ढक्कन नहीं है। कहीं सड़क धंस गई है तो कहीं गड्ढे में तब्दील है। मोहल्ले की लाइफलाइन कही जाने वाली लहटन चौधरी कॉलेज रोड पर अब चलना मुश्किल है। यह सड़क वर्षों तक वार्ड 23 और 25 के सीमा विवाद में उलझी रही, और फिर नए परिसीमन के बाद वार्ड 36 में शामिल कर दी गई। विकास की कोई किरण अब तक नहीं पहुंच पाई। विकास के दावे केवल चुनावी नारों में कैद रह जाते हैं। वादे तो बहुत किए गए लेकिन पूरा नहीं किया गया। जमीनी सच्चाई किसी आईने से कम नहीं होती। बटराहा मोहल्ले की लहटन चौधरी कॉलेज रोड इस कड़वे सच की एक जीवित मिसाल बन चुकी है। कभी...