भागलपुर, सितम्बर 28 -- सहरसा। विश्व नदी दिवस के अवसर पर नदी मित्र ईकाइ सहरसा द्वारा मत्स्यगंधा स्थित कला ग्राम सहरसा में नदियों के संरक्षण विषय पर वेबनार का आयोजन किया गया। वेबनार में मुख्य वक्ता के रूप में नदी विषेशज्ञ नदी मित्र ओम प्रकाश भारती ने कहा सरकारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले बीस वर्षों में केवल बिहार में 48 छोटी-बड़ी नदियां सूख चुकी हैं। नदियां पृथ्वी की जीवन रेखा हैं। वे न केवल पीने के पानी का प्राथमिक स्रोत हैं, बल्कि कृषि, उद्योग और ऊर्जा उत्पादन के लिए भी आवश्यक हैं। नदियां जैव विविधता का भी केंद्र हैं, जो असंख्य प्रजातियों के लिए आवास प्रदान करती हैं।नदियां न केवल पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखती हैं, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को भी संजोती हैं। नदियां तेजी से लुप्त हो रही हैं, समाज दायित्वों से भाग रहा है और वैचार...