शाहजहांपुर, मार्च 13 -- जिला कारागार में एक साल से निरुद्ध 103 साल के गुरदीप सिंह की बुधवार को रिहाई हो गई। गुरदीप सिंह पिछले साल नवंबर में जेल में निरुद्ध हुए थे। उन्होंने जेल अधीक्षक मिजाजी लाल को बताया कि बेटों द्वारा उन्हें षड्यंत्र करके जेल में बंद कराया गया। उनसे कोई मिलने नहीं आया। उन्होंने जेल अधीक्षक को बताया कि उन्होंने वह अपनी कुछ जमीन गुरुद्वारा को दान में देना चाहते थे। बंदी गुरदीप सिंह ने कारागार से रिहा करने के लिए समाज सेवी संगठन सहयोग संस्था से संपर्क किया गया। सहयोग संस्था ने 15 दिन के अंदर-अंदर न्यायालय से बंदी गुरदीप सिंह की जमानत करा दी और जमानतदार भी दाखिल कर दिए। यह बात जब गुरदीप सिंह के बेटों को पता लगी तो उन्होंने अपनी जमानत दाखिल करने के लिए आवेदन पत्र दाखिल कर दिया और फिर वह उन जमानतों का सत्यापन नहीं कर रहे थे,...