हापुड़, अगस्त 21 -- हापुड़। उर्वरक की बिक्री में पारदर्शिता लाने के लिए सहकारी समितियों में क्यूआर कोड व्यवस्था 2021 में लागू की गई थी परंतु वह फेल हो गई थी। समितियों का बैंक खाता जिला सहकारी बैंक में है, लेकिन वहां नेट बैंकिग की सुविधा नहीं थी। जिस कारण समितियों को क्यूआर कोड नहीं मिल पा रहे थे, जबकि शासन ने सरकारी व निजी सभी दुकानों पर क्यूआर कोड लेकर ऑनलाइन उर्वरक की बिक्री करने की अनिवार्यता की थी। अब अपडेट होने के बाद जिले की 36 समितियों पर एक महीने में क्यूआर कोड लागू हो जाएंगे। जिसके बाद किसान मोबाइल से यूरिया का भुगतान कर सकेगा। चार साल पहले शासन ने डिजीटल भुगतान को बढ़ावा देने और उर्वरक केंद्रों पर क्रय-विक्रय में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए सभी उर्वरक बिक्री केंद्रों पर क्यूआर कोड के माध्यम से डिजिटली भुगतान की सेवा को अनिवार्य कर ...