उरई, नवम्बर 9 -- कालपी। गेंहू की बुआई चल रही है पर सहकारी समितियों में डीएपी नहीं है। इससे किसान परेशान हैं। किसानों को निजी कंपनियों की खाद खरीदनी पड़ रही है जिस पर उन्हें भरोसा भी नहीं है। शासन हर बार आश्वस्त करता है कि खाद के लिए किसानों को परेशानी नहीं होगी लेकिन ऐसा हो रहा है। किसान समस्या से बचने के लिए समय से पहले खाद का भण्डारण कर लेता था लेकिन इस बार कृषि विभाग ने 25 सितम्बर से पहले डीएपी बिक्री पर रोक लगा रखी थी और जब रोक हटी तो प्रतिबंध लगा दिए। इससे किसान खतौनी और आधार लेकर भटक रहा है लेकिन पांच बोरी से अधिक डीएपी नहीं मिल पा रही है। जबकि, इस मुददे को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता विभिन्न मँचो से शासन से किसानो को भरपूर खाद दिलाए जाने की मांग करते रहे लेकिन जिम्मेदारो ने ऐसा कुछ भी नहीं किया और आलम यह है कि खाद के लिए किसानो...