रांची, अक्टूबर 6 -- नामकुम, संवाददाता। अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के मौके पर सरला बिरला विश्वविद्यालय (एसबीयू) और सहकार भारती, झारखंड ने सोमवार को संगोष्ठी आयोजित की इसका विषय 'आर्थिक एवं सामाजिक विकास का सशक्त माध्यम सहकारिता था। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक और सहकार भारती के संस्थापक सदस्य सतीश मराठे मुख्य अतिथि थे। उन्होंने सहकारिता क्षेत्र के महत्व को विस्तार से समझाया। मराठे ने कहा कि विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने में कोऑपरेटिव सेक्टर की अहम भूमिका है। यह क्षेत्र लगभग 30 करोड़ भारतीयों को सीधे जोड़ता है और देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने देश की लंबी आर्थिक छलांग को वर्तमान आर्थिक नीतियों का परिणाम बताया। उन्होंने समान और टिकाऊ विकास पर जोर दिया। वहीं विनिर्माण, नवाचार, रिसर्च, स्टा...