देहरादून, मार्च 7 -- सहकारिता चुनाव को लेकर अभी तक कांग्रेस के ही हमले झेल रही भाजपा को अब भीतर से भी चुनौती मिलने लगी है। राज्य सहकारी बैंक के निवर्तमान अध्यक्ष दान सिंह रावत समेत जिला सहकारी बैंक के कई निवर्तमान अध्यक्षों ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण में लिखित आपत्ति भी जताई है। प्राधिकरण की कोर्ट में भी घेरेबंदी की चेतावनी दी है। कांग्रेस के साथ ही भाजपा के सहकारिता से जुड़े दिग्गजों ने नियमावली के 12 ख में किए गए संशोधन पर सवाल उठाए हैं। 12 ख में प्रावधान थे कि चुनाव में वोटिंग का अधिकार उसी सदस्य को मिलेगा, जिसने तीन साल में सहकारी समिति में लेन-देन किया हो। इस बार सहकारी समितियों में नए सदस्य बनाने को अभियान चलाया गया। पहली बार बड़ी संख्या में महिलाओं को सदस्य बनाया गया। उन्हें सहकारिता चुनाव ...
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