लखनऊ, जून 5 -- लखनऊ, संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के प्रेक्षागृह में गुरुवार को फितूर नाटक का शानदार मंचन हुआ। नाटक में भरपूर सस्पेंस, थ्रिलर और मनोरंजन था। कलाकारों का अभिनय देख लोगों ने खूब तारीफ की। यह नाटक आपराधिक प्रवत्तियों में जुड़े लोगों के दिमागी फितूर पर आधारित था। नाटक में एक खूबसूरत लड़की एक अधेड़ शादीशुदा बड़े अफसर सुभाष को अपने जाल में फंसा लेती है और फिर उसे एक अनजान स्थान पर बुलाकर अपने साथियों से किडनैप करा देती है। उसके बाद उससे दो करोड़ की फिरौती मांगी जाती है। आखिर में पता चलता है कि सुभाष कोई बड़ा सरकारी अफसर नहीं है, वह तो बस एक बड़े अफसर का ड्राइवर है। नाटक हनीट्रैप से होने वाली घटनाओं से बचने के लिए आगाह करता है। मनुष्य की सोच और उसका दिमागी फितूर क्या होता है, यह दिखाने की कोशिश की गई है। संस्कृति नि...
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