लखनऊ, मई 21 -- प्रदेश के पावर प्लांटों में बिजली उत्पादन के लिए सस्ते कोयले की उम्मीद अब समाप्त हो गई है। वर्ष 2014 में उत्पादन निगम को नए पावर प्लांटों के लिए झारखंड में कोल ब्लॉक आवंटित किया गया था। 10 साल बीत जाने के बाद भी कोल ब्लॉक से उत्पादन शुरू न कर पाने के बाद उत्पादन निगम ने कोयले की खदान कोयला मंत्रालय को सरेंडर कर दी है। वर्ष 2014 में उत्पादन निगम को चार पावर प्लांटों को कोयला मुहैया कराने के लिए झारखंड के दुमका में सहरपुर जामरपानी कोल ब्लॉक आवंटित किया गया था। इस कोल ब्लॉक से उत्पादन निगम की तीन नई परियोजनाओं को कोयले की आपूर्ति होनी थी। इसमें 1320 मेगावॉट की ओबरा सी, 1320 मेगावॉट की जवाहरपुर और 660 मेगावॉट की हरदुआगंज और 660 मेगावॉट की पनकी विस्तार योजना शामिल थी। उत्पादन निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक अगर आवंटित ब्लॉक...