गंगापार, सितम्बर 12 -- सस्ती और टिकाऊ खेती के लिए किसानों को नैनो यूरिया प्लस एवं नैनो डीएपी का प्रयोग करना होगा। यह बातें मोतीलाल नेहरू फार्मर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित किसान चौपाल को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य कॉर्डेट डॉ डीके सिंह ने शुक्रवार को बलकरनपुर गांव में कही। बताया कि फसल के 35 से 40 दिन की अवस्था पर नैनो यूरिया प्लस का पर्णीय छिड़काव चार एमएल प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर करना चाहिए। नैनो उर्वरक पर्यावरण हितैषी उत्पाद है। इफको सदा किसानो के बीच नवाचार को लाने का प्रयास करती है। बताया कि महिलाओं को रोजगार परक कार्यक्रमों जैसे सिलाई कढ़ाई,अचार-मुरब्बा बनाना, चिप्स पापड़ बनाने आदि के निशुल्क प्रशिक्षण की सलाह दी। इसी क्रम में आईआरडीपी प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने खेती में जैव उर्वरकों एवं जैव अपघटक ...