नई दिल्ली, सितम्बर 18 -- Sarva Pitru Amavasya 2025 : पितृ पक्ष में आने वाली अमावस्या पितरों का आभार व्यक्त करने की तिथि है। इस बार पितृ अमावस्या 21 सितंबर को है। अमावस्या पर पितरों को याद कर पूजा और दान करते हैं। हिंदू पंचांग में आश्विन मास की अमावस्या तिथि को सर्वपितृ अमावस्या कहा जाता है। यह दिन पितृपक्ष का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन वे लोग भी अपने पितरों का श्राद्ध कर सकते हैं, जिनके पितरों का तिथि अनुसार श्राद्ध करना संभव नहीं हो पाया हो। इस कारण इसे "सर्वपितृ" (सभी पितरों के लिए) अमावस्या कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र और पुराणों के अनुसार, पितृपक्ष में पूर्वजों के नाम से तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करने से पितर तृप्त होते हैं और परिवार को आशीर्वाद देते हैं। पितरों की कृपा से घर में सुख-समृद्धि, संतान की उन्नति, स्...