नई दिल्ली, सितम्बर 15 -- Surya Grahan : हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल पितृपक्ष का समापन सर्वपितृ अमावस्या पर होता है। इस दिन पितरों को विदाई दी जाती है। इस साल 21 सितंबर 2025 को सर्वपितृ अमावस्या है। सर्वपितृ अमावस्या को लोग अपने पितरों को याद कर श्राद्ध, तर्पण और दान करते हैं। यह दिन पितृपक्ष का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस पावन दिन सुबह स्नान कर पवित्र नदियों में तर्पण करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस साल खास बात यह है कि सर्वपितृ अमावस्या पर सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह इस साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण होगा। भारत में नहीं देगा दिखाई- यह सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका और अटलांटिक...