हमीरपुर, नवम्बर 20 -- हमीरपुर/महोबा, संवाददाता। सर्दी के साथ ही जनपद के विभिन्न स्थानों पर संचालित होने वाले रैन-बसेरों में अभी इंतजाम नाकाफी हैं। कहीं ताला लटका हुआ है तो कहीं जानकारी के अभाव में जरूरतमंद रैन-बसेरों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। मौदहा कस्बे में एक रैन-बसेरा परिषदीय विद्यालय में संचालित किया जा रहा है। जहां दिन में बच्चों की पढ़ाई होती है और रात होते ही इसे रैन-बसेरा में परिवर्तित कर दिया जाता है। अस्पतालों में रैन-बसेरे खोले तो गए हैं लेकिन तीमारदार वार्ड के बाहर ही बिस्तर लगाकर सोते हैं। स्टाफ की माने तो कहने के बावजूद तीमारदार रैन-बसेरों में नहीं रुकते हैं। महोबा के रैन बसेरों में अव्यवस्थाएं हावी हैं। नगर पालिका द्वारा अब तक अस्थाई रैन बसेरा शुरू नहीं किया गया है, जिससे राहगीर सर्दी से परेशान हो रहे हैं। रैन बसेरा के अभाव ...