कानपुर, नवम्बर 26 -- कानपुर देहात, संवाददाता। वन विभाग के प्रयास से मैथा तहसील क्षेत्र में स्थित उपेक्षा का शिकार रही प्राकृतिक मघई झील का सौंदर्य तो निखर गया है। वेटलैंड के रूप में इसको सजाए जाने के बाद अब यहां पक्षियों का कलरव फिर गूंजने लगा है, लेकिन हर साल नंवबर माह कि शुरुआत में ही यहां आकर डेरा डालने वाले विदेशी मेहमान पक्षियों की आमद का अभी तक इंतजार है। मैथा तहसील क्षेत्र के औनहां के वन चेतना केंद्र के पास स्थित 40 बीघा से अधिक रकवे वाली प्राकृतिक मघई झील में में 1998 तक बड़ी संख्या में साइबेरियन व दुर्लभ प्रजाति के विदेशी पक्षी आया करते थे,लेकिन झील में पानी की कमी,अतिक्रमण, जलकुंभी के साथ ही शिकारियों के आंतक से मेहमान पक्षियों का इस प्राकृतिक स्थल से मोहभंग हो गया।प्रवासी पक्षियों की मेहमान नवाजी करने वाली इस प्राकृतिक झींल को ए...