नई दिल्ली, अक्टूबर 21 -- दिवाली के बाद जैसे-जैसे हवा में ठंड बढ़ने लगती है, लोगों के बीच छींक, नाक बंद होना, सूखी खांसी, गले में खराश जैसी शिकायतें भी बढ़ जाती हैं। बहुत से रोगी इस दौरान डॉक्टरों के पास एलर्जी, अस्थमा (Asthma) और साइनस जैसी दिक्कतों के साथ पहुंचते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं आखिर क्यों सर्दियों की शुरुआत में, जब मौसम में ठंडी हवा होती है, तब लोगों के लिए एलर्जी और रेस्पिरेटरी (सांस से जुड़ी) बीमारियों का खतरा क्यों बढ़ जाता है? सीके बिरला हॉस्पिटल के पल्मोनोलॉजिस्ट, डॉ. विकास मित्तल ने इसके पीछे 4 बड़े कारण बताए हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में।हवा में बढ़ जाते हैं परागकण, फफूंदी और धूल-मिट्टी के कण डॉ. विकास मित्तल का कहना है कि जब हवा तेज होती है, तो वो वातावरण में मौजूद परागकण (pollen grains), फफूंदी, धूल-मिट्टी और हव...