वाराणसी, मई 18 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। थायराइड कैंसर की सर्जरी में आवाज की नस और पैराथायराइड ग्रंथी को चोट नहीं आनी चाहिए। इससे सुनने की क्षमता प्रभावित होने के साथ पैराथायराइड ग्रंथी पर चोट से शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है। यह जानकारी इंडियन सोसाइटी ऑफ थायराइड सर्जन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. मदन कापरे ने दी। वह शनिवार को सुंदरपुर स्थित महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर अस्पताल में थायराइड कैंसर पर हुई संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। डॉ. कापरी ने कहा कि सही से सर्जरी हो और इलाज के बाद मरीज पूरे प्रोटोकॉल का पालन करे तो 97 से 98 फीसदी मरीज स्वस्थ्य हो सकते हैं। मुख्य अतिथि आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने कहा कि इस तरह के आयोजन होने चाहिए। जिससे लोगों जागरूक होंगे और दूरस्थ क्षेत्र के डॉक्टरों को सीखने ...