सराईकेला, सितम्बर 25 -- सरायकेला, संवाददाता। सरायकेला में दुर्गापूजा चार सौ साल पूर्व सरायकेला रियासत के गठन के साथ शुरू हुई थी, जो अब भी जारी है। यहां तांत्रिक मतानुसार पूजा होती है। बताया जाता है कि सन 1620 में राजा विक्रम सिंह ने सरायकेला रियासत की स्थापना की थी। इसके कुछ वर्षों बाद से ही राजघराने ने माता दुर्गा की पूजा-अर्चना शुरू की थी, जो आज भी निरंतर जारी है। देशी रियासतों के विलय के बाद राजभवन के बाहर आम जनता के सहयोग से पब्लिक दुर्गा पूजा समिति गठित कर पूजा-अर्चना की जा रही है। सरायकेला के वर्तमान राजा प्रताप आदित्य सिंहदेव बताते हैं कि उस वक्त दुर्गापूजा के आयोजन के लिए राज कोषागार से राशि खर्च होती थी। दुर्गापूजा के लिए प्रत्येक वर्ष जनता से एक अतिरिक्त टैक्स लिया जाता था, टैक्स के रूप में वसूल की गयी राशि से ही पूजा की जाती थी...