झांसी, दिसम्बर 13 -- बुन्देलखंड के खेतों में सरसों की फसलें लहलहा रही है। ऐसे में यदि किसान पौधों की खास देखभाल करेंगे तो उत्पादन अच्छा मिलेगा। जिसके लिए कृषि विशेषज्ञों ने रायशुमारी जारी की है। कहा कि बिरलीकरण के साथ ही हल्की सिंचाई किसान करें और यूरिया का उचित मात्रा में छिड़काव करेंगे तो उत्पादन अधिक मिलेगा। रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. सुशील कुमार सिंह ने सरसों की फसल की दिसंबर माह में समुचित देखभाल के लिए किसानों को महत्वपूर्ण सलाह दी है। उन्होंने बताया कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में बोई गई सरसों में बिरलीकरण अवश्य करें। बिरलीकरण से पौधों के बीच 15- 20 सेंटीमीटर की दूरी होती है, इससे पौधों की वृद्धि, शाखाओं का विकास तथा कुल उत्पादन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि बिरलीकरण क...