रांची, जून 1 -- रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो झारखंड में आदिवासी अस्मिता और पहचान से जुड़े सरना धर्म कोड को लेकर सियासी तापमान चढ़ता जा रहा है। सूबे में सत्तासीन कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सरना आदिवासी धर्म कोड को आदिवासियों का मौलिक हक बताते हुए सड़कों पर उतर आए हैं, वहीं भाजपा ने इन दलों पर घड़ियाली आंसू बहाने और राजनीतिक नाटक करने का आरोप लगाया है। जानकारों का कहना है कि सरना धर्म कोड को लेकर राज्य की राजनीति में जिस प्रकार टकराव तेज हुआ है, वह आने वाले समय में झारखंड की सियासी दिशा तय कर सकता है। कांग्रेस ने राज्यभर में धरना-प्रदर्शन के बाद अब दिल्ली कूच की तैयारी कर ली है। झारखंड प्रभारी के. राजू ने स्पष्ट किया कि सरना धर्म कोड की मांग आदिवासियों की पहचान से जुड़ी है और कांग्रेस इसे जनगणना के सातवें कॉलम में शामिल कराकर रह...
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