रांची, दिसम्बर 28 -- मुरहू, प्रतिनिधि। मुरहू प्रखंड के बालो गांव में रविवार को सरना धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन श्रद्धा और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ किया गया। इससे पूर्व लुथड़ू मुंडा, विश्राम डोडराय एवं मंगरा बारजो की अगुवाई में सरना स्थल पर विधिवत पूजा-पाठ कर भगवान सिङबोंगा से गांव, समाज और प्रकृति की खुशहाली की कामना की गई। पूजा के बाद आयोजित सभा में बड़ी संख्या में सरना धर्मावलंबी शामिल हुए। सभा को संबोधित करते हुए बुधराम सिंह मुंडा ने कहा कि सरना धर्म प्रकृति पर आधारित मानव सभ्यता का प्राचीनतम धर्म है। यह न केवल सभी धर्मों का आधार है, बल्कि प्रकृति और मानव जीवन के संरक्षण का संदेश भी देता है। उन्होंने कहा कि सरना धर्म की अपनी विशिष्ट धार्मिक विधि-विधान, जीवन शैली, दर्शन और आदर्श हैं, जिनमें लाखों लोगों की गहरी आस्था और विश्वास जुड़...