मुंगेर, मई 6 -- मुंगेर, एक संवाददाता। राज्य सरकार द्वारा चलाया जा रहा महत्वाकांक्षी एवं बहुप्रचारित बिहार लोहिया स्वच्छता अभियान मुंगेर जिले में अपनी दिशा भटक चुका है। जिस अभियान का उद्देश्य था गांवों को स्वच्छ, स्वस्थ और कचरा मुक्त बनाना, वह आज केवल बैनर, पोस्टर और सोशल मीडिया प्रचार तक ही सीमित रह गया है। आज जमीन पर इस अभियान की स्थिति बेहद दयनीय है। जिले के अधिकांश पंचायतों में घरों से कचरा उठाने की व्यवस्था या तो पूरी तरह बंद हो चुकी है या फिर नाम मात्र की रह गई है। वहीं, अधिकारी मौन साधे हुए हैं। स्वच्छता कर्मियों को नहीं मिला है मानदेय: जिला स्वच्छता विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले की विभिन्न पंचायत में कुल 1877 स्वच्छता कर्मी कार्यरत हैं। अधिकांश ग्राम पंचायतों में स्वच्छता कार्य के लिए नियुक्त सफाईकर्मियों को पिछले कई महीनों ...