सहारनपुर, मई 19 -- देवबंद। जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने अशोका विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की गिरफ्तारी पर चिंता व्यक्त की। मदनी ने उनकी गिरफ्तारी को संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए कहा कि सरकार की आलोचना करना देश का विरोध करना नहीं होता। सोमवार को मीडिया में जारी बयान में मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि प्रोफेसर अली खान का बयान देशद्रोह या अपमान के रूप में पेश करना समझ से परे है। जहां तक आलोचना या असहमति का सवाल है इसकी अनुमति है, भले ही इसका सरकार से मतलब हो या न हो। उन्होंने कहा कि सरकार या देश के किसी वर्ग या संगठन से असहमति, देश का विरोध करने के समान नहीं है। मौलाना महमूद मदनी ने भारत सरकार से इस मामले में दखलंदाजी कर प्रोफेसर अली खान की बिना शर्त रिहाई के लिए प्रभावी कदम उठाने की मां...