जमशेदपुर, अगस्त 12 -- सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को अब शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई का नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि शिक्षा विभाग ने सीनियर विद्यार्थियों को उनके जूनियर विद्यार्थियों का मार्गदर्शक (मेंटर) बनाने की पहल की है। इसके लिए स्कूल के जूनियर क्लास के विद्यार्थियों को उनके ही स्कूल के सीनियर कक्षा के विद्यार्थियों के साथ टैग कर दिया जाएगा, ताकि सीनियर विद्यार्थी अपने जूनियर्स को पढ़ाई में मदद कर सकें। सरकारी स्कूलों में इस पहल के तहत रोल नंबर के हिसाब से सीनियर कक्षा व जूनियर कक्षा के विद्यार्थियों को टैग किया जाएगा। उदाहरण के तौर पर कक्षा 6 के एक रोल नंबर वाले विद्यार्थी को कक्षा 11वीं के एक रोल नंबर एक वाले सीनियर विद्यार्थी के साथ जोड़ दिया जाएगा। कक्षा ग्यारहवीं के छात्र की जिम्मेदारी होगी कि वह अपने साथ टैग...